झारखंड आंदोलन के जननायक दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि, संजर मलिक और हर्ष अजमेरा समेत कई लोगों ने दी अंतिम विदाई


झारखंड आंदोलन के प्रणेता, पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु शिबू सोरेन का निधन पूरे झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है। सावन माह की अंतिम सोमवारी को दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से झारखंड के जनमानस में शोक की लहर है।

हजारीबाग के समाजसेवी और झारखंड आंदोलनकारी फहिम उद्दीन अहमद उर्फ संजर मलिक ने शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनका जीवन संघर्ष, त्याग और जनसेवा का प्रतीक रहा है। उन्होंने बताया कि कॉलेज के दिनों में वह भी झारखंड आंदोलन में सक्रिय रहे और आंदोलन के दौरान उनका नारा था – “कैसे लोगे झारखंड? लड़ के लेंगे झारखंड!

संजर मलिक ने कहा कि दिशोम गुरु केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि गरीबों, दलितों और आदिवासियों की आवाज थे।

वहीं, युवा समाजसेवी हर्ष अजमेरा ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनका जाना एक युग का अंत है। उनका जीवन, सिद्धांत और संघर्ष आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।

शोक व्यक्त करने वालों में एजाज़ खान, फैसल खान, नवाब खान, रजनीश गोप, शत्रुघ्न राम और भाजपा सोशल मीडिया प्रभारी हितेश रंजन सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे।