हजारीबाग डेंटल काॅलेज परिसर में अत्यधिक कंप्यूटर एडेड डिजाइन/कंप्यूटर एडेड मैन्युफैक्चरिंग प्रयोगशाला का हुआ उद्घाटन

सचिव डॉ प्रवीण श्रीनिवास ने औपचारिक रूप से फीता काटकर लैब का शुभारंभ कर दंत चिकित्सा शिक्षा में एक नए युग का किया शुरूआत


झारखंड के अग्रणी दंत चिकित्सा संस्थान हजारीबाग कॉलेज ऑफ डेंटल साइंस एंड हॉस्पिटल में मंगलवार को अत्याधुनिक कैड/कैम (कंप्यूटर एडेड डिजाइन/कंप्यूटर एडेड मैन्युफैक्चरिंग) प्रयोगशाला का उद्घाटन किया गया। नवीनतम तकनीक और सॉफ्टवेयर से सुसज्जित इस प्रयोगशाला का उद्देश्य छात्रों को दंत पुनर्स्थापन और कृत्रिम अंग के डिजाइन और निर्माण में व्यावहारिक अनुभव प्रदान करेगा। उद्घाटन समारोह में हजारीबाग डेंटल काॅलेज के सचिव डॉ प्रवीण श्रीनिवास, प्राचार्य डॉ के श्री कृष्ण, उप प्राचार्य डॉ अंकुर भार्गव, प्रोफेसर डॉ सौवीर पांडे, रीडर डॉ दया शंकर और सभी विभागों के एचओडी और संकायों सहित सम्मानित अतिथियों ने भाग लिया। सचिव डॉ प्रवीण श्रीनिवास ने औपचारिक रूप से फीता काटकर लैब का उद्घाटन किया। जिससे एचसीडीएसएच में दंत चिकित्सा शिक्षा में एक नए युग की शुरुआत हुई। उन्होंने कहा कि सीएडी/सीएएम लैब को छात्रों को डिजिटल दंत चिकित्सा और नैदानिक ​​अभ्यास में इसके अनुप्रयोगों की व्यापक समझ प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। लैब सीएडी/सीएएम मिलिंग मशीन, थ्री-डी प्रिंटर सहित उन्नत सॉफ़्टवेयर और हार्डवेयर से सुसज्जित है। छात्रों को नवीनतम तकनीक का उपयोग करके वास्तविक दुनिया की परियोजनाओं पर काम करने, दंत बहाली और कृत्रिम अंग बनाने का अवसर मिलेगा। एचसीडीएसएच के प्रिंसिपल डॉ के श्री कृष्ण ने कॉलेज के बुनियादी ढांचे में और अधिक मूल्य जोड़ने वाली नई लैब के बारे में अपनी खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सीएडी/सीएएम लैब की स्थापना उच्च गुणवत्ता वाली राज्य प्रदान करने के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। उच्च गुणवत्ता वाली अत्याधुनिक सुविधा के साथ, हजारीबाग कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज एंड हॉस्पिटल क्षेत्र में दंत चिकित्सा शिक्षा में अग्रणी बनने के लिए तैयार है।