
नाई हज़ाम समाज के प्रतिनिधियों ने हजारीबाग स्थित विधायक कार्यालय में भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद से विशेष मुलाकात किया तथा मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र के माध्यम से झारखंड राज्य में लागू छोटा नागपुर काश्तकारी अधिनियम 1908 (CNT Act) से नाई हज़ाम जाति को पूर्णतः मुक्त करने की मांग रखी। नाई हज़ाम समाज के प्रतिनिधियों का स्पष्ट कहना है कि CNT एक्ट की बाधाओं के कारण वे आज भी शिक्षा, रोजगार, व्यवसाय, स्वास्थ्य, गृह निर्माण और ज़मीन से जुड़े मूलभूत अधिकारों से वंचित हैं। झारखंड सरकार द्वारा पिछड़ा वर्ग में 182 जातियाँ सूचीबद्ध की गई हैं, परंतु CNT एक्ट से छूट मात्र 51 जातियों को ही दी गई है। शेष 131 जातियाँ आज भी इस पुराने कानून की बेड़ियों में जकड़ी हुई हैं। इसमें नाई हज़ाम समाज भी शामिल है, जो वर्षों से उपेक्षा का शिकार रहा है। यह मांग केवल कानूनी छूट की नहीं, बल्कि सामाजिक न्याय और गरिमा की मांग है। भाजपा विधायक प्रदीप प्रसाद ने संज्ञान में लेकर नाई हज़ाम समाज की इस पीड़ा और उनके अधिकार की इस आवाज़ को पूरी गंभीरता से राज्य सरकार के समक्ष रखने और उन्हें उनका हक दिलाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया।