उपायुक्त ने बिजली विभाग के अधिकारियों व कर्मियों के साथ की बैठक, बिजली विभाग के कार्य प्रणाली से अवगत होने उपायुक्त पहुंचे बिजली कार्यालय, शिकायत निवारण प्रणाली और रिस्पॉन्स टाइम पर दिए आवश्यक निर्देश।


बिजली विभाग के शिकायत निवारण प्रणाली तथा बिजली की समस्या के कारणों से अवगत होने के लिए उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह ने आज होम गार्ड चौक के समीप अवस्थित बिजली विभाग कार्यालय का भ्रमण कर बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मियों के साथ बैठक की। 

इस दौरान कार्यपालक अभियंता विद्युत हजारीबाग एवं बरही भी मौजूद रहे। उपायुक्त ने इस बैठक में लाइन मैन, शिकायत पंजी, रिस्पॉन्स टाइम व सुरक्षात्मक कदम आदि की जानकारी ली। उपायुक्त ने कहा कि बिजली को लेकर आ रही समस्याओं के मूल पर ध्यान देने की आवश्यकता है। 

जनता के द्वारा प्रतिदिन बिजली को लेकर कई शिकायतें प्राप्त होती है, उन शिकायतों पर संवेदनशीलता के साथ ध्यान देने की जरूरत है। 

चर्चा के दौरान कार्यपालक अभियंता ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों से बिजली से संबधी कई शिकायतें प्राप्त होती है,तथा उन शिकायतों को शिकायत पंजी में दर्ज कर तत्संबंधी कार्य प्रारंभ किए जाते है। इस पर उपायुक्त ने कहा कि शिकायत निवारण प्रणाली को दुरुस्त कर इन समस्याओं से निपटा जा सकता है। शिकायतें प्राप्त होने के उपरांत तत्काल कार्य प्रारंभ करने तथा रिस्पांस टाइम को घटाने से जनता में एक सकारात्मक संदेश जाएगा और उनकी समस्याओं को निराकरण भी ससमय हो सकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि बिजली का कार्य जोखिम भरा होता है, इसलिए बिजली विभाग अपने प्रोटोकॉल और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्य करें।

उपायुक्त ने शहरी क्षेत्र में साथ साथ ग्रामीण क्षेत्र की समस्याओं को भी प्राथमिकता देने का निर्देश दिया, उन्होंने कहा कि अनावश्यक रूप से ग्रामीण क्षेत्र के लोगों की बिजली की समस्याओं को लंबित न रखें।

प्रॉब्लम सॉल्विंग अप्रोच रखें, कार्यों को वितरित कर अन्य कर्मियों की भी जिम्मेवारी तय करें।

उपायुक्त ने विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निम्न सुझाव दिए: उच्च गुणवत्ता वाले उपकरणों का उपयोग: ट्रांसफार्मर, केबल, स्विचगियर और अन्य उपकरणों में उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग करना जो अत्यधिक मौसम की स्थिति और वोल्टेज में उतार-चढ़ाव का सामना कर सकें।

शिकायत निवारण प्रणाली को दुरुस्त करना उपायुक्त ने कहा कि प्रतिदिन की शिकायतों को पंजी में दर्ज करने के साथ साथ इन आंकड़ों का डिजिटल रूपांतरण (गूगल शीट, एक्सेल शीट) भी संधारित करें।

नियमित रखरखाव - उपकरणों की खराबी को रोकने के लिए नियमित रूप से निरीक्षण, सफाई और छोटे-मोटे सुधार करें।

समय-समय पर उन्नयन: पुरानी और अप्रचलित प्रणालियों को नई, अधिक कुशल और विश्वसनीय तकनीकों से बदलना।

 वास्तविक समय की निगरानी : बिजली वितरण नेटवर्क की वास्तविक समय में निगरानी करना ताकि समस्याओं का तुरंत पता चल सके।

बेहतर फाल्ट प्रबंधन,फाल्ट डिटेक्शन और लोकेशन: स्वचालित प्रणालियों का उपयोग करना जो बिजली कटौती के कारणों और स्थान का तुरंत पता लगा सकें।

तेज मरम्मत दल: प्रशिक्षित तकनीशियनों और पर्याप्त उपकरणों से लैस त्वरित प्रतिक्रिया दल रखना जो आपात स्थिति में तुरंत मरम्मत कर सकें।

अतिरिक्त उपकरण और कलपुर्जे: मरम्मत के दौरान तेजी से बदलने के लिए महत्वपूर्ण उपकरणों और कलपुर्जों का पर्याप्त स्टॉक रखना।

 शिकायत निवारण प्रणाली : उपभोक्ताओं की शिकायतों को सुनने और उनका समाधान करने के लिए एक कुशल प्रणाली स्थापित करना।