हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने दिल्ली से लौटते ही अपने संसदीय क्षेत्र की जनता की सबसे गंभीर समस्या अनियमित व कम बिजली आपूर्ति को लेकर त्वरित और सख्त कदम उठाते हुए गुरुवार सुबह बिना किसी पूर्व सूचना के जुलु पार्क स्थित बिजली विभाग के एसी कार्यालय पहुंचे और एसी अशोक कुमार उपाध्याय समेत कई संबंधित अधिकारियों से क्षेत्र की बदहाल बिजली व्यवस्था पर विस्तार से बातचीत की। उनके साथ हजारीबाग सदर विधायक प्रदीप प्रसाद और बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी भी मौजूद रहे। सांसद ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों, विशेष रूप से बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र के केरेडारी क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति की स्थिति अत्यंत खराब है। दिनभर में मुश्किल से चार से पांच घंटे बिजली मिल पा रही है, वहीं हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र के शहरी क्षेत्र के भी हालत काफी गंभीर है। जिससे आम जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। महिलाओं को रसोई के कामों में परेशानी हो रही है, बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है, किसान फसल की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं और दुकानदारों का व्यवसाय ठप पड़ रहा है।
सांसद मनीष जायसवाल ने अधिकारियों से कहा कि जनता अब सिर्फ आश्वासन नहीं चाहती, बल्कि ठोस और तत्काल समाधान चाहती है। उन्होंने कहा कि बिजली जैसी बुनियादी सुविधा को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। विभागीय अधिकारी वातानुकूलित कमरों में बैठकर शांति से अपना समय बिता रहे हैं, जबकि जनता रोजाना अंधेरे में जी रही है। यह स्थिति अब स्वीकार्य नहीं है। करीब चालीस मिनट तक चली बैठक में सांसद ने अधिकारियों को कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि यदि शुक्रवार 13 जून की शाम तक स्थिति में सुधार नहीं हुआ और सामान्य विद्युत आपूर्ति बहाल नहीं हुई, तो शनिवार, 14 जून को बिजली विभाग के समक्ष धरना-प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा कि आंदोलन इस बार सिर्फ सांकेतिक नहीं होगा, बल्कि उस दिन विभाग की बिजली व्यवस्था को पूरी तरह ठप कर दिया जाएगा।
कार्यालय से बाहर निकलकर मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद मनीष जायसवाल ने कहा कि जनता को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि बिजली विभाग किससे बिजली खरीदता है, कितनी मात्रा में आती है, कहां से आती है या तकनीकी कारण क्या हैं, जनता को सिर्फ बिजली चाहिए, वह भी लगातार और बिना बाधा के। सांसद ने आगे कहा कि जब केंद्र सरकार हरसंभव मदद दे रही है, उत्पादन क्षमता बढ़ रही है, और अन्य राज्यों में बिजली व्यवस्था पटरी पर है, तो झारखंड विशेषकर हजारीबाग क्यों पीछे रह जाए? उन्होंने विभाग को यह भी निर्देशित किया कि ट्रिपिंग, कटौती और मेंटेनेंस जैसे कारणों की आड़ में बिजली संकट छुपाया न जाए। बिजली कटौती का स्पष्ट शेड्यूल जारी किया जाए और ग्रामीण क्षेत्रों के साथ शहरी क्षेत्रों को भी समान प्राथमिकता दी जाए। ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरी इलाकों तक, हर व्यक्ति बिजली की समस्या से त्रस्त है। ऐसी स्थिति में वे चुप नहीं बैठ सकते थे, उन्होंने कहा कि यदि आने वाले समय में विभाग ने स्थिति नहीं सुधारी, तो यह आंदोलन सिर्फ शुरुआत होगी। जनता अब चुप नहीं बैठेगी और वे स्वयं जनता की आवाज बनकर संघर्ष के हर मोर्चे पर आगे रहेंगे ।
मौके पर सांसद श्री जायसवाल के साथ सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सतेन्द्र नारायण सिंह, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मिडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी, सांसद प्रतिनिधि कृष्णा राम, उमेश दांगी, रंजीत कुमार, महेन्द्र महतो, कर्मचारी साव, भीखन महतो, संदीप कुशवाहा, गौतम वर्मा, भाजपा नेता राजेश यादव, चंदन सिंह, राहुल कुमार, बलराम शर्मा, साहिल समेत बड़कागांव और सदर विधानसभा क्षेत्र के दर्जनों ग्रामीण मौजूद थे ।