नशा मुक्ति जागरूकता अभियान कार्यक्रम के तरह नशा न करने की दिलाई शपथ


उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने आज 12 जून गुरुवार को चुरचू प्रखंड का भ्रमण किया। उन्होंने बिरहोर जनजाति की वर्तमान स्थिति से अवगत होने हेतु नगड़ी बिरहोर टंडा पहुंचे। 

उन्होंने बिरहोर जनजाति समुदाय के महिला, पुरुष व बच्चों से मिले तथा उनसे बात कर उनकी समस्याओं को जाना। उपायुक्त ने कहा कि PVTG समुदाय के लोगों के सामाजिक उत्थान के लिए प्रभावी कदम उठाने की नितांत आवश्यकता है, क्योंकि ये समुदाय कई चुनौतियों का सामना करते हैं। गरीबी और आजीविका के सीमित अवसर इनकी प्रमुख समस्या है। शिक्षा की कमी और विद्यालयों में ड्रॉपआउट दर इनकी शैक्षिक स्थिति को कमजोर बनाती है।  उपायुक्त ने बिरहोर समुदाय की महिलाओं बात की एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में दी जाने वाली सुविधाओं का लाभ लेने को कहा। मौके पर इंटर पास युवा ने उपायुक्त से आगे की पढ़ाई करने की इच्छा जताई, इस पर उपायुक्त ने पूर्ण सहयोग करने का भरोसा दिलाया। उपायुक्त ने इन समुदाय के लोगों से बातचीत के क्रम में विद्यालय में दिए जाने वाले मिड डे मील की स्थिति की जानकारी ली। उपायुक्त ने बच्चों के परिजनों से कहा कि छोटे बच्चों के शारीरिक विकास के लिए अनिवार्य रूप से इन्हें आंगनवाड़ी केंद्रों में भेजें तथा महिलाओं के लिए दिए जा रहे पौष्टिक आहार को जरूर ग्रहण करें। 

उपायुक्त ने उपस्थित लोगों से राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना अंतर्गत (डाकिया योजना) के तहत उपलब्ध कराए जाने वाले राशनों की आपूर्ति की जानकारी ली।

उपायुक्त ने प्रखंड विकास पदाधिकारी से इन समुदाय के लोगों को मनरेगा योजना के तहत जोड़ने का निर्देश दिया। स्थानीय लोगों ने उपायुक्त से पेयजल की आपूर्ति का अनुरोध किया इसपर उपायुक्त ने बीडीओ को अविलंब इस कार्य में प्रगति लाने का निर्देश दिया।

उपायुक्त ने कहा कि इनके सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है कि इन्हें कौशल विकास के तहत जोड़ा जाए। 

उपायुक्त ने नशा मुक्ति हेतु दिलाई शपथ

उपायुक्त ने बताया कि नशा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, साथ ही बच्चों पर इसका दुष्परिणाम पड़ता है। उन्होंने नशा से दूर रहते हुए मेहनत कर अपने परिवार का भरण पोषण करने को कहा। उपायुक्त ने जिले भर में चल रहे नशा मुक्ति अभियान को रेखांकित करते हुए उपस्थित सभी लोगों को नशा न करने की शपथ दिलाई।

उपायुक्त ने PVTG समुदाय के सामाजिक उत्थान के लिए निम्नलिखित प्रभावी कदम उठाने पर जोर दिया:

आवास: इनके लिए आवास योजनाओं के तहत सुरक्षित और पक्के आवास उपलब्ध कराना।

स्वच्छ पेयजल: "नल से जल" योजना के माध्यम से स्वच्छ पेयजल की सुविधा सुनिश्चित करना।

सड़क और कनेक्टिविटी: इन समुदायों तक पहुँच के लिए सड़क में सुधार करना।

बिजली: बिजली की सुविधा प्रदान करना, जिसमें गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोत भी शामिल हैं।

स्वच्छता: स्वच्छता सुविधाओं का निर्माण (शौचालय) और उपयोग को बढ़ावा देना।

गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच: PVTG बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच सुनिश्चित करना, जिसमें आवासीय विद्यालय, छात्रवृत्ति और शिक्षण सामग्री का प्रावधान शामिल है।

ड्रॉपआउट दर में कमी लाना: छात्रों को स्कूल छोड़ने से रोकने के लिए विशेष प्रोत्साहन और सहायता प्रदान करना।

कौशल विकास: पारंपरिक कौशल को बढ़ावा देने के साथ-साथ बाजार की मांग के अनुरूप व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान करना ताकि उन्हें रोजगार के अवसर मिलें।

जागरूकता अभियान: शिक्षा के महत्व के बारे में समुदाय में जागरूकता बढ़ाना।

स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करना: स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार, चिकित्सा कर्मचारियों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और आवश्यक दवाएं व उपकरण उपलब्ध कराना।

पोषण आहार: बच्चों और गर्भवती महिलाओं सहित समुदाय के लिए पोषण उपलब्ध कराना।

समय पर चिकित्सा सुविधाएँ: आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करना।

स्वास्थ्य जागरूकता: बीमारियों की रोकथाम और स्वास्थ्य संबंधी आदतों के बारे में जागरूकता बढ़ाना।

इस दौरान जिला आपूर्ति पदाधिकारी श्री सुधीर कुमार,जिला योजना पदाधिकारी श्री पंकज कुमार, नज़ारत उपसमाहर्ता श्री प्रदीप कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी चुरचू श्री ललित राम मौजूद थे l