हाइवे फोरलेन गुजरने से ओरिया- सिंघानी वासियों को आश था मिलेगा रोजगार एवं व्यवस्थाएं होगी सुगम, लेकिन मिला खौफनाक मौत का खतरा


एनएचआई की अनियमितता एवं लापरवाही से लोगों की जा रही है जान, सुरक्षा नियमों की उड़ रही है धज्जियां, स्थानीय लोगों में नाराजगी, ओरिया- सिंघानी ओवरब्रिज से रात के समय अंधेरा एवं अंधाधुंध धुल के बीच गाडियां होती है पास, लाईट सिर्फ खंबा की तरह खडा़, टेस्टिंग के बाद भी नहीं हुआ लाईट चालू, कई खौफनाक मौत की घटना के बाद चोरी डकैती एवं दुर्घटना का बढ गया है खतरा, सुरक्षा का प्रावधान नहीं होने से कई स्थानीय एवं राहगीरों की हो चुकी है मौत, बरसात के समय ओवरब्रिज से अगरी के जैसा गिरता है पानी, अप्रोच सडको में जलजमाव से राहगीर होते हैं प्रभावित, अप्रोच सडक की हाल दुभर एवं बेहाल, बडे़- बडे गढ्ढे एवं गुब्बारे के जैसा सडक पर स्थित कचड़ा से हमेशा उडता है धूल, सुरक्षा गार्ड, कैमरा एवं लाइट का सुचारू नहीं है व्यवस्था

रांची- पटना मार्ग बाइपास स्थित हजारीबाग के ओरिया एवं सिंघानी ओवरब्रिज में खौफनाक मौत का खतरा हमेशा मंडराता रहता है। एनएच की अनियमितता एवं लापरवाही से लोगों की जान जा रही है। सुरक्षा नियमों का धज्जियां उड रही है। ओरिया- सिंघानी ओवरब्रिज से रात के समय अंधेरा एवं अंधाधुंध धुल के बीच गाडियां पास होती है। ओवरब्रिज पर लगाया गया लाइट सिर्फ खंबा का रूप धारण किए हुए है। लाइट टेस्टिंग के बाद भी अभी तक चालू नहीं किया गया है। आए दिन यहां सडक दुर्घटना का लोग शिकार हो रहे हैं। कईं लोग का अभी तक खौफनाक मौत हो चुका है। ओवरब्रिज से अंधाधुंध धुल एवं अंधेरा में राहगीर एवं गाडियां पास होने को मजबूर होती है। अधुरा निर्माण से ओवरब्रिज का कभी दोनों तरफ का मार्ग खौल दिया जाता है और कभी एक तरफ का सिर्फ गाडियां पास होती है। अप्रोच मार्ग से भी गाडियां आना जाना करती है। स्थानीय लोग हमेशा सुरक्षा का प्रावधान हेतु एनएच को लिखित आवेदन एवं आग्रह के बाद भी यह सिर्फ कागज में ही रह जाता है। जमीनी स्तर पर इसकी जांच परख कर सुरक्षा के प्रवधान हेतु एनएच के द्वारा कोई पहल नहीं किया जाता है। जिससे स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। हाइवे फोरलेन गुजरने से ओरिया, सिंघानी एवं चानो वासियों को रोजगार मिलने का आश था एवं व्यवस्थाएं सुगम होने की संभवना व्यक्त किया जा रहा था, लेकिन जैसे- जैसे अधुरा निर्माण में गाडियां चलने लगी अब तक कईयो का खौफनाक मौत का शिकार हो गए। खौफनाक मौत के बाद अब अंधेरा एवं अंधाधुंध धुल के बीच चोरी, डकैती एवं दुर्घटना का खतरा बढता जा रहा है। बरसात के समय में ओवरब्रिज के ऊपर से अगरी के जैसा पानी गिरता है। अप्रोच सडक में जलजमाव की स्थिति बनी हुई रहती है।

अप्रोच सडक का भी हाल दुभर एवं बेहाल है। सडक पर बडे़- बडे़ गढ्ढे एवं अंधाधुंध धुल का गुब्बारा हमेशा उडता रहता है। अप्रोच मार्ग समीप स्थित दुकानदार, राहगीर एवं स्थानीय लोग काफी परेशान एवं भयभीत रहतें है। रात का समय हो या फिर दिन का बडे़- बडे़ गढ्ढे एवं अंधाधुंध धुल से लोग परेशान रहते हैं। अप्रोच मार्ग में स्थित कचड़ा का उठाव, लाईट की सुचारू व्यवस्था, समय- समय पर पानी का छिडकाव एवं सडक की मरम्मती सहित अन्य सुरक्षा प्रावधान से लोगों को राहत मिल सकता है। सडक के किनारे रह रहे लोगों की बिमारी फैलना की खतरा बढते जा रही है। अंधाधुंध धुल एवं बेहाल सडक से लोग काफी परेशान रहते है। अभी तक अप्रोच मार्ग में कई दुर्घटना से राहगीर गंभीर रूप से घायल एवं कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं। सडक के किनारे रह रहे लोगों की स्थिति बेहद ही बेहाल है। सुरक्षा गार्ड, कैमरा, लाईट की सुचारू व्यवस्था, सुरक्षा हेतु जगह- जगह तख्ती, अप्रोच सडक का कचड़ा का उठाव, नियमित पानी का छिडकाव एवं समय- समय पर अप्रोच सडक की मरम्मती सहित अन्य सुरक्षा प्रावधान से राहगीर एवं स्थानीय लोगों को काफी राहत मिलेगा।