हजारीबाग। झारखंड की मिट्टी, यहां की भाषा और समाज की सच्चाई को केंद्र में रखकर बनी खोरठा फिल्म ‘द रेपिस्ट – अन्याय का चेहरा’ महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और अन्याय की कड़ी हकीकत को सामने लाती है। फिल्म यौन उत्पीड़न, गैंगरेप और दुष्कर्म जैसे गंभीर मुद्दों पर सीधी चोट करती है।
फिल्म का भव्य अनावरण 22 दिसंबर को हजारीबाग के ऐतिहासिक लक्ष्मी चित्र मंदिर में होने वाला है।
रविवार को झील रोड स्थित प्रेस क्लब सभागार में प्रेस-वार्ता के दौरान निर्देशक करमदेव उर्फ केडी ने बताया कि खोरठा भाषा में इस तरह की सामाजिक फिल्म बनाने का उद्देश्य ग्रामीण समाज तक जागरूकता का मजबूत संदेश पहुंचाना है।
उन्होंने कहा— “यह सिर्फ फिल्म नहीं, समाज के लिए चेतावनी है।”
फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे बगोदर अटका निवासी विक्की मंडल ने कहा कि यह प्रोजेक्ट उनके लिए सिर्फ अभिनय नहीं, बल्कि समाज के प्रति जिम्मेदारी है।
अभिनेत्री डॉली सिंह ने कहा कि महिलाओं पर अत्याचार के खिलाफ समाज को संवेदनशील होना बेहद ज़रूरी है, और यह फिल्म उसी दिशा में एक कदम है।
फिल्म की शूटिंग हजारीबाग और आसपास के क्षेत्रों में की गई है, ताकि स्थानीय परिवेश और यथार्थ को सजीव रूप में दिखाया जा सके। कैमरा संभाला है प्रेमेश्वर पंडित ने।
जिमी चौहान, बबलू मेहरा, प्रीति कुशवाहा, विनिता, रंजीत प्रजापति, नीलम सहित 40 से अधिक कलाकारों की टीम इस फिल्म को एक मजबूत सामाजिक संदेश देने वाली रचना बनाती है।
यह फिल्म समाज को आईना दिखाने और सोच बदलने की कोशिश करती है।
