श्री श्याम अरदास कीर्तन परिवार, द्वारा प्रभु श्री श्याम के जन्मदिन पर भव्य कीर्तन का आयोजन, भक्तिरस में डूबे श्रद्धालु, गूंज उठा जय श्री श्याम का जयघोष


हजारीबाग - जहां एक ओर पूरे देश में प्रभु श्री श्याम की भाव आराधनाओं और कीर्तन कार्यक्रमों के बीच उनका जन्म दिवस बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया गया, वहीं हजारीबाग भी प्रभु श्री श्याम की अराधना से पीछे नहीं रहा। शनिवार की ढलती शाम और जय श्री श्याम के गगनभेदी जयकारों के बीच श्री श्याम अरदास कीर्तन परिवार द्वारा प्रभु श्री श्याम का जन्मोत्सव बड़े भव्य रूप में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत प्रभु श्री श्याम के जयकारों और अखंड ज्योत प्रज्ज्वलन से हुई। इसके बाद स्थानीय भजन कलाकारों ने एक से बढ़कर एक मधुर भजनों की प्रस्तुति दी, जिससे पूरा परिसर भक्ति, श्रद्धा और आनंद से ओतप्रोत हो गया। जैसे-जैसे रात्रि गहराती गई, श्रद्धालु प्रभु के नाम में डूबते गए और कीर्तन के सुरों में झूम उठे। प्रभु श्री श्याम के जन्मदिन के अवसर पर विशेष रूप से सजे दरबार में भक्तों ने अपने हाथों से केक काटकर बाबा को भोग लगाया और आराधना की। बाबा की भाव-ज्योत और आरती के बीच पूरा परिसर जय श्री श्याम के जयकारों से गूंज उठा। देर रात तक भक्तजन प्रभु श्याम के भजनों पर झूमते रहे और भक्ति रस में सराबोर होते रहे। अंत में बाबा की भव्य आरती के बाद महाप्रसाद का वितरण किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने श्रद्धा और भक्ति के साथ हिस्सा लिया। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि प्रभु श्री श्याम के जन्मदिन का यह वार्षिक आयोजन हर वर्ष की तरह इस बार भी प्रेम, एकता और भक्ति का संदेश लेकर आया है। श्री श्याम अरदास कीर्तन परिवार हजारीबाग की वह आस्था मंडली है जो न केवल विशेष अवसरों पर बल्कि प्रत्येक ग्यारस को प्रभु श्याम की ज्योत लेती है और सामूहिक कीर्तन का आयोजन करती है। इस मंडली में मुख्य रूप से नौ युवा शामिल हैं, जो समर्पण और निष्ठा के साथ बाबा श्याम के कार्यक्रमों को संचालित करते हैं। इन्हीं के प्रयासों से प्रतिवर्ष भव्य श्याम मनोहर महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें दूर-दूर से श्याम भक्त शामिल होते हैं। शनिवार की यह रात हजारीबाग के लिए भक्ति, प्रेम और एकता का अद्भुत उदाहरण बन गई। भक्तों के चेहरे पर आस्था की चमक और हृदय में श्याम नाम की लय थी। चारों ओर बस एक ही स्वर गूंज रहा था श्याम तेरे नाम से रोशन है संसार।