बरकठ्ठा में आयोजित “आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान सम्मेलन” में विधायक प्रदीप प्रसाद हुए शामिल


हजारीबाग विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रदीप प्रसाद रविवार को बरकठ्ठा विधानसभा क्षेत्र में आयोजित “आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान सम्मेलन” में सम्मिलित हुए। 

सम्मेलन में जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और युवाओं की उत्साही भागीदारी देखकर प्रदीप प्रसाद ने प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह उत्साह ही नए भारत के आत्मनिर्भर भविष्य की नींव है।  उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में “आत्मनिर्भर भारत”  अभियान  नहीं, बल्कि जन-जन का संकल्प और राष्ट्र पुनर्निर्माण का आंदोलन बन चुका है।

प्रदीप प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि, भारत आत्मनिर्भर तभी बन सकता है जब हर गांव, हर शहर और हर परिवार आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर हो। जब युवा अवसर सृजित करने लगें, जब महिलाएं सशक्त होकर समाज के आर्थिक ढांचे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं और जब किसान अपनी उपज का स्वामी बनकर सशक्त भारत का आधार बनें, तभी आत्मनिर्भर भारत का स्वप्न साकार होगा।

उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा आरंभ किए गए विभिन्न योजनाएं जैसे - स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया, महिला उद्यमिता प्रोत्साहन योजना, मुद्रा योजना, और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ग्रामीण से लेकर शहरी भारत तक आत्मनिर्भरता की भावना को नई ऊंचाइयों पर ले जा रही हैं।

 प्रसाद ने सम्मेलन में उपस्थित सभी कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता देश की आत्मा हैं। उनके समर्पण और सेवा भावना से ही पार्टी की विचारधारा जन-जन तक पहुंच रही है। उन्होंने कहा कि ऐसे सम्मेलन समाज में स्वावलंबन, उद्यमिता और आत्मगौरव की भावना को बल देते हैं।

कार्यक्रम में बरकठ्ठा विधानसभा के विधायक अमित यादव, जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह, विभिन्न मोर्चा प्रकोष्ठों के पदाधिकारी, मंडल अध्यक्षगण, युवा मोर्चा कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और सम्मानित नागरिक उपस्थित रहे।

अंत में विधायक प्रदीप प्रसाद ने सभी उपस्थितजनों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य तभी पूर्ण होगा जब हम सब मिलकर ‘वोकल फॉर लोकल’ की भावना को जीवन में उतारें। यह केवल आर्थिक आत्मनिर्भरता का नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और आत्मविश्वास के भारत के निर्माण का अभियान है।

उन्होंने क्षेत्रवासियों से आग्रह किया कि वे अपने-अपने क्षेत्र में नवाचार, लघु उद्योग, कृषि प्रसंस्करण और स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं।