छठ पर्व पर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता की सराहनीय पहल, त्रिमूर्ति चौक पर निशुल्क दूध वितरण और विभिन्न तालाबों पर महिलाओं के लिए अस्थायी चेंजिंग रूम निर्माण से व्रतियों को मिली बड़ी राहत


हजारीबाग - लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा हजारीबाग में इस वर्ष श्रद्धा, भक्ति और सेवा भाव का अद्भुत संगम लेकर आया। श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक परंपरा की पूर्ति के उद्देश्य से समाजसेवी सह भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता के सौजन्य से इस बार दो सराहनीय पहलें की गईं — निशुल्क दूध वितरण कार्यक्रम और महिलाओं के लिए अस्थायी चेंजिंग रूम का निर्माण।

सोमवार की संध्या को त्रिमूर्ति चौक में आयोजित निशुल्क दूध वितरण कार्यक्रम में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। कार्यक्रम का शुभारंभ शाम 5:00 बजे संध्या अर्घ्य से पूर्व हुआ, जहाँ सैकड़ों व्रतियों ने सूर्य भगवान की उपासना के लिए गाय के शुद्ध दूध से अर्घ्य अर्पित किया। इस अवसर पर स्थानीय लोगों की सक्रिय भागीदारी से पूरा परिसर भक्तिमय वातावरण में डूब गया।

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि शेफाली गुप्ता स्वयं दूध वितरण में सक्रिय रूप से शामिल रहीं और श्रद्धालुओं को दूध उपलब्ध कराने में अग्रणी भूमिका निभाई। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार की प्रातः अर्घ्य के अवसर पर भी सुबह 5:00 बजे से निशुल्क दूध वितरण किया गया।

इस पहल से सैकड़ों व्रतियों को समय पर शुद्ध दूध प्राप्त हुआ, जिससे वे विधि-विधानपूर्वक सूर्य भगवान को अर्घ्य अर्पित कर सके।

इस अवसर पर भाजपा नेत्री शेफाली गुप्ता ने कहा —“छठ पूजा में अर्घ्य के लिए निशुल्क दूध वितरण कार्यक्रम श्रद्धालुओं की सुविधा और धार्मिक परंपरा की पूर्ति के उद्देश्य से किया गया है। हमारा प्रयास है कि हर व्रती को समय पर शुद्ध दूध उपलब्ध हो, ताकि वे श्रद्धा और नियमों के साथ पूजा कर सकें।”

इसी क्रम में उन्होंने हजारीबाग के विभिन्न छठ तालाबों पर महिला व्रतियों की सुविधा के लिए अस्थायी कपड़े बदलने के कमरे (चेंजिंग रूम) भी बनवाए। यह पहल श्रद्धालु महिलाओं के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हुई, क्योंकि पूजा के दौरान भीड़ में निजता और सुरक्षा एक बड़ी चुनौती होती है।

शेफाली गुप्ता ने इस अवसर पर कहा — “छठ पूजा आस्था, शुद्धता और महिला गरिमा का पर्व है। हर वर्ष बड़ी संख्या में महिलाएं घाटों पर स्नान और पूजा करने आती हैं। उनकी सुरक्षा, सुविधा और निजता को ध्यान में रखते हुए हमने तालाबों पर अस्थायी चेंजिंग रूम बनवाए हैं, ताकि महिलाएं सम्मानपूर्वक व सुरक्षित वातावरण में कपड़े बदल सकें। हमारी प्राथमिकता है कि हर व्रती को हर स्तर पर सुविधा और सम्मान मिले।”

स्थानीय लोगों एवं श्रद्धालुओं ने इन दोनों पहलों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। व्रतियों ने कहा कि इस तरह की पहल से न केवल धार्मिक आस्था को संबल मिलता है, बल्कि समाज में सेवा, सहयोग और सम्मान की भावना भी मजबूत होती है। इन कार्यक्रमों के माध्यम से शेफाली गुप्ता ने एक बार फिर यह साबित किया कि समाज की हर छोटी-बड़ी जरूरतों और जनसुविधा के मुद्दों पर वे सदैव संवेदनशीलता से खड़ी रहती हैं।