उपायुक्त ने कृषि, पशुपालन, मत्स्य एवं उद्यान विभागों की समीक्षा की




हजारीबाग : उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को समाहरणालय सभागार में कृषि, पशुपालन, मत्स्य, उद्यान विभाग एवं संबद्ध विभागों की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।

बैठक में उपायुक्त ने विभिन्न योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, जिनमें किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), बीज वितरण, डेयरी, पशुधन विकास, कृत्रिम गर्भाधान, टीकाकरण, मत्स्य पालन में केज कल्चर, हॉर्टिकल्चर, उद्यान विकास, अर्बन फार्मिंग एवं किसान समृद्धि योजना प्रमुख रूप से शामिल रही।

उपायुक्त ने हॉर्टिकल्चर के तहत संचालित योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली तथा योजनाओं की प्रगति हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कोल्ड स्टोरेज की आवश्यकता पर वर्कआउट करने एवं स्ट्राबेरी कल्टीवेशन की रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया। समीक्षा के दौरान खरीफ एवं रवि फसलों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की गई। उपायुक्त ने रवि फसलों में सरसों बीज वितरण हेतु लाभुक चयन की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण कर 05 नवंबर तक शत प्रतिशत बीज वितरण सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।

उन्होंने किसान समृद्धि योजना की विस्तृत समीक्षा करते हुए सभी प्रखंडों में पिछले वर्ष की दो योजनाओं एवं नवस्वीकृत योजनाओं की जांच करने का निर्देश उपविकास आयुक्त को दिया। उपायुक्त ने केसीसी योजना की स्वीकृति में तेजी लाने हेतु एलडीएम को बैंकों के साथ समन्वय स्थापित करने तथा आवेदनों की स्वीकृति दर बढ़ाने का निर्देश दिया। साथ ही सभी बीटीएम को सर्वे प्रगति में तेजी लाने का निर्देश दिया गया।

पशुपालन पदाधिकारी को “सरकार आपके द्वार” कार्यक्रम में टीकाकरण से संबंधित कार्यों के निष्पादन हेतु तैयार रहने का निर्देश दिया गया। मत्स्य विभाग सहित अन्य विभागों को प्रशिक्षण कार्यों का ससमय निष्पादन करने तथा कृषक एवं मत्स्य मित्रों को सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में सम्मिलित करने का निर्देश दिया गया। साथ ही राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम के तहत शत प्रतिशत टीकाकरण कराने एवं राष्ट्रीय कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में उपायुक्त के अलावे उपविकास आयुक्त, प्रशिक्षु आईएएस, कृषि पदाधिकारी, पशुपालन पदाधिकारी, मत्स्य पदाधिकारी, उद्यान पदाधिकारी, एलडीएम सहित कई अन्य पदाधिकारी, एटीएम, बीटीएम एवं अन्य कर्मी उपस्थित रहे।