हजारीबाग में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर संपन्न हुआ लोक आस्था का महापर्व छठ


लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ का समापन मंगलवार की सुबह हजारीबाग में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर श्रद्धा और भक्ति के साथ किया गया। शहर के झील परिसर, पंचमुखी तालाब, पेलावल, कोर्रा, बरही रोड और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के घाटों पर तड़के से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। व्रती महिलाओं ने अपने परिवार की सुख-समृद्धि और जीवन में शांति की कामना करते हुए अर्घ्य अर्पित किया।

सूर्योदय के साथ जब घाटों पर व्रतियों ने दोनों हाथों से अर्घ्य दिया, तो पूरा वातावरण "छठ मैया" के जयकारों से गूंज उठा। ढोल-मंजीरे की थाप और पारंपरिक गीतों ने माहौल को पूरी तरह आध्यात्मिक बना दिया। इस अवसर पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनज़र प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहा। उपायुक्त श्री शशि प्रकाश सिंह (आईएएस) और पुलिस अधीक्षक श्री अंजनी अंजन (आईपीएस) के निर्देश पर जिले के सभी घाटों पर पुलिस बल, एनडीआरएफ टीम और स्वास्थ्य विभाग की एम्बुलेंस की तैनाती रही।

नगर निगम द्वारा घाटों की सफाई और लाइटिंग व्यवस्था से श्रद्धालुओं को सुविधा मिली। कई सामाजिक संस्थाओं ने भी जलपान और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था की। सुबह की ठंडी हवा और सूर्य की पहली किरणों के साथ श्रद्धा का यह पर्व अपार उत्साह और शांति के साथ सम्पन्न हुआ।