उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में आज ग्रामीण विकास विभाग की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों (BDO) एवं संबंधित विभागीय अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक में प्रखंडवार विभिन्न योजनाओं के अद्यतन प्रतिवेदन की समीक्षा की गई तथा योजनाओं के क्रियान्वयन में और गति लाने का निर्देश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभुकों तक समय पर पहुँचे, इसके लिए निरंतर निगरानी एवं फील्ड विजिट आवश्यक है।
उन्होंने मनरेगा योजनाओं के अंतर्गत रोजगार सृजन दिवस बढ़ाने, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, कुआं एवं सोक पिट निर्माण जैसी परिसंपत्तियों के सृजन पर विशेष बल दिया। उपायुक्त ने बीडीओ को संचालित योजनाओं की निरंतर मॉनिटरिंग नहीं करने पर नाराजगी व्यक्त की और सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
उपायुक्त ने ‘दीदी बाड़ी योजना’ को प्राथमिकता के आधार पर लेते हुए अधिकाधिक लाभुकों को जोड़ने का निर्देश दिया। साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण वाटिका निर्माण में किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरतने को कहा।
बैठक में बिरसा हरित ग्राम योजना, जॉब कार्ड ई-केवाईसी, आवास योजना की किश्तों का समय पर हस्तांतरण, तथा बर्मी कंपोस्ट एवं नाडेप निर्माण जैसे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की गई। उपायुक्त ने निर्देश दिया कि ऐसे कार्यों को मनरेगा योजनाओं से टेक-अप करते हुए अधिक से अधिक ग्रामीण परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
अंत में, उपायुक्त ने सभी प्रखंडों को निर्देश दिया तथा मनरेगा योजना के तहत दिए गए लक्ष्यों का निष्पादन कर आगामी समीक्षा बैठक में कार्य संपादन की प्रगति रिपोर्ट के साथ उपस्थित होने का निर्देश दिया।
बैठक में उप विकास आयुक्त, प्रशिक्षु आईएएस, डीआरडीए निदेशक मौजूद थे।
