हजारीबाग जिला का डीएमएफटी न्यास परिषद की बैठक संपन्न, स्वास्थ्य विभाग में डीएमएफटी के राशि का 'लूट' पर कड़ी कार्रवाई की मांग, जनहित के कई प्रस्तावों पर लगी मुहर


हजारीबाग जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) की न्यास परिषद की महत्वपूर्ण बैठक गुरुवार को जिला उपायुक्त शशशि प्रकाश सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में बतौर सदस्य शामिल हुए हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने स्वास्थ्य विभाग खासकर शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डीएमएफटी की राशि के दुरुपयोग और इंजीनियरिंग सेल के कथित 'एस्टीमेट घोटाले' पर गंभीर सवाल उठाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। बैठक में जनहित से जुड़े कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा हुई और उनके समाधान की दिशा में सार्थक कदम उठाने की बात कही गई।

बैठक में सांसद मनीष जायसवाल के अतिरिक्त बरकट्ठा विधायक अमित कुमार यादव, सदर विधायक प्रदीप प्रसाद, बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी, मांडू विधायक निर्मल महतो उर्फ़ तिवारी महतो, हजारीबाग पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन, उप विकास आयुक्त इस्तियाक अहमद सहित कई अन्य जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधिगण और डीएमएफटी के सदस्यगण मौजूद रहे।

सांसद मनीष जायसवाल ने शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में आधारभूत संरचना और मेडिकल उपक्रमों की खरीद में भारी लूट का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि करोड़ों के उपकरण जनउपयोगी बताकर खरीदे गए, लेकिन आज वे धूल फांक रहे हैं। सांसद मनीष जायसवाल ने प्रमुखता से शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कार्डिएक एम्बुलेंस, ट्रामा सेंटर का ओटी और वेंटिलेटर, पीडियाट्रिक वेंटिलेटर, फोटोथेरेपी मशीन, मल्टी पारा मॉनिटर, सेमी फ्लोर बेड सहित कई जरूरी मेडिकल उपक्रम बेकार पड़े हैं जो 'ढाक के तीन पात' साबित हो रहे हैं, जिले के इंजीनियरिंग सेल पर एस्टीमेट के नाम पर मनमानी और घपला करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने स्कूल उन्नयन कार्य और अन्य मरम्मत कार्यों के स्टीमेट घोटाले की प्रॉपर जांच की मांग की। सांसद मनीष जायसवाल ने मांग की कि पूर्व में एसबीएमसीएच और स्वास्थ्य विभाग में डीएमएफटी मद से किए गए विकास कार्यों और खरीदे गए एम्बुलेंस व उपक्रमों का जनहित में उपयोग सुनिश्चित किया जाए। साथ ही वर्षों से इन उपक्रमों को निष्क्रिय रखने के लिए जिम्मेदार लोगों को चिन्हित कर उनपर कड़ी कार्रवाई की जाए।  चिकित्सकों के डेप्युटेशन पर रोक: उन्होंने कहा कि डीएमएफटी से बहाल चिकित्सकों को उनके मूल पदस्थापन से हटाकर मुख्यालय में डेप्युटेशन करा लिया जाता है, जिससे बहाली का मूल उद्देश्य पूरा नहीं हो पाता। उन्होंने डीसी स्तर से अनुमति प्राप्त कर ही डेप्युटेशन सुनिश्चित करने की बात कही।

सांसद मनीष जायसवाल ने इन प्रमुख मुद्दों के अलावा कई अन्य जनहितकारी प्रस्ताव भी रखे जिन पर सहमति बनी उसमें हजारीबाग जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र में तब्दील करने और सोलर पैनल युक्त करने के लिए मिशन मोड में कार्य किया जाएगा। जिले के 60% तक के शत-प्रतिशत दिव्यांग जनों को बैट्री संचालित ट्राई साईकिल उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे उनके जीवन को सुगम बनाया जा सके। स्कूलों के उन्नयन कार्य को विभागीय/जनप्रतिनिधियों की अनुशंसा पर भी कराना सुनिश्चित किया जाएगा। बड़कागांव के शिबाडीह स्थित मैदान के गार्डवाल नहीं होने के कारण नदी में बह गए हिस्से की समस्या पर भी चर्चा हुई। हजारीबाग शहर और जिले के सभी प्रखण्ड मुख्यालय को सीसीटीवी की जद में लाने और पुलिसिंग व अपराध नियंत्रण के लिए एक सेंटर मॉनीटर केंद्र का निर्माण किया जाएगा

बैठक में सर्वसम्मति से जिला स्तरीय एवं प्रखंडवार इनोवेटिव साइंस लैब और ई-पुस्तकालय संचालित करने का निर्णय लिया गया। इसके तहत जिला स्तर पर तत्काल पुराने सदर ब्लॉक भवन परिसर में विद्यार्थियों के बैठने और अध्ययन करने के लिए डेस्क-बेंच युक्त एक समुचित पुस्तकालय का निर्माण कराया जाएगा। डाडी में उन्नत स्वास्थ्य केंद्र और हजारीबाग में नशामुक्ति केंद्र का निर्माण कराने पर सहमति बनी। हजारीबाग के नया समाहरणालय के बगल में बने 100 बेडेड अस्पताल को भविष्य में उपयोग में लाने हेतु विभाग को प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिले के विभिन्न थानों में महिला एवं बाल विकास के लिए हर थाना में क्रमवार कम्युनिटी सेंटर निर्माण कराया जाएगा।

उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह ने सभी सदस्यों को आश्वस्त किया कि डीएमएफटी की राशि का उपयोग पारदर्शिता और जनहित को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। उन्होंने सांसद मनीष जायसवाल द्वारा उठाए गए गंभीर मुद्दों पर विशेष संज्ञान लेते हुए उसपर संबंधित अधिकारी को ध्यान देने का निर्देश भी दिया ।