
बड़कागांव--बड़कागांव विधायक रोशन लाल चौधरी ने झारखंड विधानसभा में चल रहे मानसून सत्र में विस्थापन और निर्दोष ग्रामीणों के ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज कर उन्हें डराने धमकाने का मामले को लेकर सदन में आवाज उठाया। विधायक रोशन लाल चौधरी में सदन का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि बड़कागांव प्रखंड के गोंदलपूरा,बादम एवं आसपास के गांव में एनटीपीसी,अदानी एवं जेएसडब्ल्यू के कॉल ब्लॉक के विरोध पिछले 885 दिनों के लंबे समय से ग्रामीणों के द्वारा सशक्त आंदोलन चलाया जा रहा है। जिसका मुख्य कारण है कृषि योग भूमि का अधिकरण, ग्राम सभा की सहमति के बिना सर्वे, पुनर्वास एवं विस्थापन नीति की अनिश्चित,संदिग्ध ग्राम सभा प्रक्रिया, एवं भोले भाले निर्दोष रैयतों के ऊपर झूठा मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तारी का भय दिखा कर डराना धमकाना जैसे कई मुद्दे शामिल है। आगे उन्होंने कहा कि इन्हीं परिस्थितियों में 12 अगस्त को एनटीपीसी एवं भूअर्जन पदाधिकारी के द्वारा मुआवजा भुगतान सिविर का आयोजन प्रखंड मुख्यालय में होना था परंतु अधिकारियों के मनमानी की वजह से आनन फानन में शिविर का स्थल बदले जाने पर झड़प हो गई जिसमें कई ग्रामीण अधिकारी घायल हुए परंतु आश्चर्य की बात यह है कि केवल 285 विस्थापित ग्रामीण पर ही एक तरफा मुकदमा दर्ज किया गया। जो सरासर गलत है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि निर्दोष ग्रामीणों पर दर्ज फिर को तुरंत वापस लिया जाए घटना की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई हो एवं ग्राम सभा की स्पष्ट सहमति के बिना किसी भी भूमि अधिकरण प्रक्रिया को आगे ना बढ़ाया जाए।