हजारीबाग : आज दिनांक 28.08.2025 को केन्द्रीय, राज्य स्तरीय एवं रिजनल हेल्थ ऑफिस, पटना की टीम ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पदमा का भ्रमण एवं पर्यवेक्षण किया।
केन्द्रीय टीम में डॉ. शशांक (एनसीबीबीीडीसी, टीएसयू), डॉ. जीवन ज्योति (सहायक प्रोफेसर, सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली), डॉ. अबसार अहमद (सीनियर रेसिडेंट, सफदरजंग अस्पताल, नई दिल्ली) तथा श्री पारसमणि (नेशनल फाइलेरिया कंसल्टेंट, क्षेत्रीय स्वास्थ्य कार्यालय, पटना) शामिल थे। राज्य स्तरीय टीम में श्री जयंत देव सिंह (सलाहकार) एवं अनिल कुमार (मलेरिया निरीक्षक) सम्मिलित थे।
टीम द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पदमा अंतर्गत ग्राम पदमा एवं सुरजपुरा सहित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, पदमा में एम.डी.ए.-आई.डी.ए. कार्यक्रम का निरीक्षण किया गया। इस दौरान संबंधित कर्मियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिला स्तर से डॉ. कपिलमुनि प्रसाद (जिला बी.बी.डी. पदाधिकारी), श्री महेन्द्र पाल (प्रभारी जीवविज्ञानवेत्ता), श्री मैमूर सुलतान (जिला बी.बी.डी. सलाहकार) एवं पिरामल फाउन्डेशन के श्री प्रमोद कुमार सिंह भी उपस्थित रहे। सीएचसी, पदमा के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धीरज कुमार एवं एम.टी.एस. मो. इरशाद आलम द्वारा टीम के समक्ष कार्यक्रम से संबंधित कार्य योजना एवं आवश्यक अभिलेख प्रस्तुत किए गए, जो संतोषजनक पाए गए।
इसके अतिरिक्त टीम ने हजारीबाग शहरी क्षेत्र के नूरा मुहल्ला का भी भ्रमण किया। टीम एवं जिला स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान अनेक लोगों को दवा का सेवन कराया गया। दिनांक 27.08.2025 तक हजारीबाग जिले में कुल 18,59,075 लोगों को दवा खिलाई जा चुकी है, जो जिले की कुल आबादी का 82.54% है। यह उल्लेखनीय है कि फाइलेरिया एक गंभीर बीमारी है जो व्यक्ति को आजीवन दिव्यांग बना सकती है। किंतु इसका बचाव सरल है। साल में मात्र एक बार फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन इस राष्ट्रीय कार्यक्रम के अंतर्गत करना पर्याप्त है। अतः जनहित में सभी से अपील की जाती है कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के दौरान प्रत्येक व्यक्ति फाइलेरिया रोधी दवा का सेवन अवश्य करें और अन्य लोगों को भी इसके लिए प्रेरित करें।
