चुरचू - झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा हाल ही में घोषित किए गए परिणाम में हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के युवाओं ने शानदार प्रदर्शन किया है। इसी कड़ी में मांडू विधानसभा क्षेत्र के चूरचू प्रखंड के जरबा गांव के रहने वाले सौरव शशि ने अपने दूसरे प्रयास में ही सफलता हासिल कर 158वीं रैंक प्राप्त की है। सौरव एक साधारण किसान जागो साव और आंगनबाड़ी सहायिका कुंती देवी के पुत्र हैं।
सौरव ने अपनी प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा गांव के ही अर्ध सरकारी आदर्श उच्च विद्यालय, कारुखाफ से पूरी की। इसके बाद उन्होंने इंटरमीडिएट और स्नातक की पढ़ाई (भूगर्भ शास्त्र विषय में) संत कोलंबा कॉलेज, हजारीबाग से की और स्नातकोत्तर की डिग्री विनोबा भावे विश्वविद्यालय से प्राप्त की।
अपनी तैयारी के दौरान सौरव शशि ने हजारीबाग के ग्राम मंडई में अपने जीजाजी रामचंद्र साव और बहन शोभा शशि के घर पर रहकर कड़ी मेहनत, लगन और परिश्रम से यह सफलता प्राप्त की।
मंगलवार को हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने सौरव शशि के पैतृक गांव जरबा पहुंचकर उन्हें बधाई दी। सांसद मनीष जायसवाल ने सौरव शशि की प्रतिभा का सम्मान करते हुए उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। सांसद मनीष जायसवाल ने उनकी सफलता को ग्रामीण परिवेश से आने वाले अन्य मेधावी और प्रतिभावान बच्चों के लिए एक प्रेरणा बताया।
सौरभ शशि के घर पहुंचने पर सांसद मनीष जायसवाल का उनकी मां ने आरती उतारी और घर के अन्य परिजनों ने फूल माला पहनाकर उनका स्वागत और सम्मान किया ।
इस अवसर पर सांसद जायसवाल ने सौरव से कहा की आप कितने भी बड़े अधिकारी क्यों न बन जाएं, अपने अंदर की इंसानियत को हमेशा जिंदा रखें। अपने माता-पिता के परिश्रम को याद करते हुए आपके पास आने वाले हर जरूरतमंद की हरसंभव मदद करें, तभी आपकी सफलता का असली मकसद सार्थक होगा।
मौके पर विशेषरूप से मांडू विधानसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि द्वारिका सिंह उर्फ़ खोखा सिंह, चुरचू प्रखंड प्रमुख निरंजन प्रसाद नायक,पूर्व मुखिया रामदुलार साव, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी, भाजपा कार्यकर्ता रामचंद्र साव, सौरभ शशि के पिता जागो साव, उनके भाई पंकज साहू, मां कुंती देवी, जीजाजी सुबोध साहू, रामचंद्र रवि, महेंद्र कुमार माली, राजेश्वर राम, शिव प्रसाद साव, महेश चंद्रवंशी, महेश माली सोनाराम प्रजापति, सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। ।
