हजारीबाग शहर के वार्ड संख्या 1 स्थित मंडे कला उर्दू स्कूल मैदान में भारी जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई है। इस जलजमाव के कारण मोहल्लेवासियों को गंभीर संकटों का सामना करना पड़ रहा है।
बीते कल एक बेहद चिंताजनक घटना सामने आई, जब एक गर्भवती महिला, जो डिलीवरी केस में थी, इस मैदान में भरे पानी से गुजरते समय अचानक डूब गई। मौके पर मौजूद लोगों की सतर्कता और तत्परता से उसे बड़ी मुश्किल से सुरक्षित बाहर निकाला गया। यदि कुछ पल की भी देर होती, तो एक बड़ी अनहोनी हो सकती थी।
इतना ही नहीं, उसी रात एक और युवक, जो किसी कार्य से वहां पहुंचा था, अचानक जलजमाव में फंस गया। अंधेरे और गहराई के कारण वह खुद को संभाल नहीं पाया, लेकिन मोहल्ले के ही एक अन्य युवक ने जान जोखिम में डालकर उसे बाहर निकाला।
स्थानीय लोगों का कहना है कि जलजमाव का पानी तालाब का नहीं है, बल्कि बारिश के कारण जमा हुआ है। यदि इस जल को ड्रेनेज लाइन या पाइप के माध्यम से तालाब की ओर मोड़ दिया जाए, तो यह समस्या काफी हद तक हल हो सकती है। लोगों ने बताया कि अगर प्रशासन थोड़ी सी मदद करे और पाइप बिछा दे, तो यह पानी स्वतः ही तालाब में चला जाएगा और जान का जोखिम नहीं रहेगा।
अब मोहल्ले के लोग खुद अपने स्तर पर चंदा इकट्ठा कर पाइप डालने और पानी निकालने की योजना बना रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि जब नगर निगम और स्थानीय प्रशासन मौजूद है, तो ऐसी गंभीर समस्याओं को हल करने की ज़िम्मेदारी जनता ही क्यों उठाए?