निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने बच्चों एवं शिक्षकों की उपस्थिति, कक्षाओं की साफ-सफाई, बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता, खेल के मैदान की स्थिति, बच्चों के बैग, पुस्तक, पोशाक एवं जूते के वितरण की स्थिति, मिड डे मील की गुणवत्ता, पोषण वाटिका की स्थिति तथा विद्यालय की दीवारों पर बाला पेंटिंग आदि का गहन निरीक्षण किया।
कक्षाओं में अध्ययनरत बच्चों से बातचीत कर उपायुक्त ने उनके शैक्षणिक स्तर की जानकारी ली। उन्होंने गणित विषय से संबंधित टास्क देकर बच्चों के शैक्षणिक कौशल एवं शिक्षण प्रक्रिया का मूल्यांकन किया। साथ ही अन्य विषयों— भूगोल, विज्ञान, भाषा आदि से भी सवाल पूछे।
उपायुक्त ने विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों से संवाद करते हुए बच्चों की क्लास कॉपियों की नियमित जांच करने का निर्देश दिया, ताकि शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके और बच्चों के सर्वांगीण विकास को सुनिश्चित किया जा सके।
उन्होंने मिड डे मील के भोजन की गुणवत्ता को प्राथमिकता से सुधारने की बात कही और विद्यालय परिसर को स्वच्छ एवं बच्चों के अनुकूल बनाने पर बल दिया। उपायुक्त ने विद्यालय में मिड डे मील, स्वच्छता एवं स्मार्ट क्लास का किया निरीक्षण उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह द्वारा निरीक्षण के दौरान उन्होंने मिड डे मील के तहत दिए जा रहे खाद्यान्नों की गुणवत्ता की जांच की तथा छात्रों को दिए जा रहे भोजन की पौष्टिकता और स्वच्छता की स्थिति का जायजा लिया। उपायुक्त ने मिड डे मील में प्रयुक्त खाद्यान्नों को सुरक्षित तरीके से अलग कमरे में संधारित करने का निर्देश विद्यालय प्रशासन को दिया। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि खाद्यान्नों की गुणवत्ता में कोई समझौता न हो और बच्चों को समय पर पोषणयुक्त भोजन मिले। निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने बच्चों की व्यक्तिगत स्वच्छता की भी जांच की। कई बच्चों की पोशाक गंदे पाए गए एवं उनके नाखून बढ़े हुए मिले, जिस पर उपायुक्त ने असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों को निर्देश दिया कि बच्चों में स्वच्छता, अनुशासन और आत्मनिर्भरता के संस्कारों को सशक्त रूप से विकसित किया जाए।
इसके साथ ही उपायुक्त ने विद्यालय में संचालित स्मार्ट क्लास का भी निरीक्षण किया। उन्होंने डिजिटल शिक्षण प्रणाली के तहत शिक्षण की गुणवत्ता, बच्चों की सहभागिता एवं तकनीकी संसाधनों की स्थिति का अवलोकन किया।
उपायुक्त ने शिक्षकों से कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के सर्वांगीण विकास पर विशेष ध्यान देंने की आवश्यकता है।