हजारीबाग : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड आंदोलन के पुरोधा शिबू सोरेन की तबीयत को लेकर राज्यभर में चिंता का माहौल था। बीते कई दिनों से वे दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत पहले गंभीर बताई जा रही थी। हालांकि अब सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है, जो उनके समर्थकों और शुभचिंतकों के लिए राहत की खबर है जिससे हजारीबाग के झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता उत्साहित है।
शिबू सोरेन के स्वास्थ्य को लेकर पूरे झारखंड में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। लोगों ने मंदिरों, मस्जिदों और गिरजाघरों में उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। इस क्रम में झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता कुणाल यादव ने शिबू सोरेन के स्वास्थ्य पर चिंता व्यक्त करते हुए भावुक अपील की। कुणाल यादव ने अपने बयान में कहा कि शिबू सोरेन केवल एक राजनेता नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा हैं, वे एक योद्धा हैं। जल, जंगल और ज़मीन की लड़ाई लड़ने वाले इस महानायक ने अपने जीवन में हर मुश्किल का डटकर सामना किया है। हम सबको पूरा विश्वास है कि वे इस बार भी ज़िंदगी की इस कठिन परीक्षा को पास करेंगे और जल्द ही स्वस्थ होकर हमारे बीच लौटेंगे। हम सब उनके दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामना करते हैं।
कुणाल यादव ने झामुमो कार्यकर्ताओं समेत झारखंड की समस्त जनता से अपील की कि वे इस कठिन समय में एकजुट रहें और गुरुजी के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि झामुमो कार्यकर्ता हर जिले में पूजा-पाठ, हवन और सामूहिक दुआ का आयोजन कर रहे हैं। यह दिखाता है कि शिबू सोरेन आज भी झारखंड के जन-जन के हृदय में बसते हैं। झारखंड की धरती अपने उस सपूत का इंतज़ार कर रही है, जिसने इसकी पहचान के लिए अपनी पूरी ज़िंदगी न्योछावर कर दी।
