
भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के आह्वान पर आज पूरे राज्य भर में अंचल और प्रखंड कार्यालयों के समक्ष एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। इसी क्रम में हजारीबाग के सदर प्रखंड कार्यालय के समक्ष भाजपा कार्यकर्ताओं ने आक्रोशित प्रदर्शन करते हुए राज्य सरकार की विफलताओं को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिंह ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में सदर विधायक प्रदीप प्रसाद मौजूद रहे। धरना स्थल पर कार्यकर्ताओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा और पूरे उत्साह के साथ सरकार विरोधी नारे गूंजने लगे। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि झारखंड की जनता वर्तमान सरकार से त्रस्त हो चुकी है। विकास की गति थमी हुई है, अपराध बेलगाम हो चुका है और जनता की बुनियादी जरूरतें आज भी अधूरी हैं। सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य की स्थिति अत्यंत चिंताजनक हो चुकी है। कानून व्यवस्था की स्थिति रसातल में जा चुकी है। हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की घटनाएं आम हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि अपराधियों में सरकार का कोई भय नहीं है, क्योंकि खुद सत्ताधारी दल के लोग अपराधियों को संरक्षण देने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री केवल घोषणाएं करते हैं, लेकिन उनके कदम धरातल से कोसों दूर रहते हैं। किसानों को समय पर धान का मूल्य नहीं मिल रहा, खाद-बीज के लिए उन्हें भटकना पड़ रहा है। युवा बेरोजगारी से त्रस्त हैं और रोजगार देने के नाम पर सरकार केवल योजनाओं का नाम बदलती रहती है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में डॉक्टर नहीं, विद्यालयों में शिक्षक नहीं, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, पेंशन जैसी सुविधाओं में भारी भ्रष्टाचार है। उन्होंने सरकार से सवाल किया कि आखिर जनता कब तक इंतजार करती रहे? उन्होंने चेतावनी दी कि यदि राज्य सरकार जनता की समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं करती, तो भाजपा राज्यव्यापी जन आंदोलन को तेज करेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की लड़ाई सत्ता की नहीं, बल्कि जनता के अधिकारों की है और वह हर स्तर पर इसे लड़ती रहेगी। भाजपा जिलाध्यक्ष विवेकानंद सिंह ने अपने वक्तव्य में कहा की हेमंत सरकार हर मोर्चे पर असफल रही है। सरकार के तीन साल के कार्यकाल में केवल वादों की बौछार हुई है, धरातल पर कुछ नहीं उतरा। उन्होंने कहा कि आम जनता बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। हर योजना में भ्रष्टाचार व्याप्त है। उन्होंने कहा कि राज्य में विधि-व्यवस्था की हालत इतनी खराब हो चुकी है कि आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। अपराधी बेखौफ हैं और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। उन्होंने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आखिर गरीब, किसान, महिला, नौजवान और कर्मचारी सब क्यों परेशान हैं? उन्होंने स्पष्ट किया कि भाजपा जनता की आवाज को अब और नहीं दबने देगी, सरकार को हर हाल में जनता की मांगों पर जवाब देना होगा। धरना के समापन पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल द्वारा सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें राज्य सरकार से विभिन्न जनसमस्याओं के समाधान की मांग की गई। ज्ञापन में कानून व्यवस्था की बहाली, किसानों को बकाया भुगतान, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्र की मजबूती, पेंशन योजनाओं में पारदर्शिता, प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को सरल और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने जैसी दर्जनों जनहितकारी मुद्दों को शामिल किया गया। धरना कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण, संगठित और प्रभावशाली रहा, जिसमें जिला अध्यक्ष विवेकानंद सिहं,ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अमरदीप यादव प्रदेश कार्य समिति सदस्य सुदेश चंद्रवंशी, हरीश श्रीवास्तव मंडल अध्यक्ष रणधीर पांडे, विवेक बरियार, कृष्णा मेहता, साक्षी राणा, फुलवा कच्छप, गुडिया कुमारी, महेंद्र बिहारी, सैयद तनवीर, कुलदीप कृष्णा, दामोदर प्रसाद, रोहित कुशवाहा, गौतम कुमार, आशीष कुमार, सुबोध आकाश, राजकरण पांडे,चौधरी प्रसाद साहु , अणेश्वर प्रसाद, कालेश्वर रजक, अनील पाण्डेय,शलेन्द्र यादव, लालेश्वर प्रसाद, नरेश यादव, राजेंद्र प्रसाद, अनमोल साव, राजेश यादव, दामोदर प्रसाद, प्रमोद कुमार सिंह, गौतम कुमार आशीष कुमार, लखेंदर प्रसाद,रणजीत कुमार, राजेश चन्द्रवंशी, चंदन सिहं,आदि सैकड़ो की संख्या मे उपस्थित हुए।