सांसद मनीष जायसवाल की अनूठी पहल: 'सांसद तीर्थ दर्शन-2025' का 29 जून को होगा आगाज़, बुजुर्गों का सपना होगा साकार


हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद मनीष जायसवाल ने एक अभूतपूर्व 'सांसद तीर्थ दर्शन- 2025 योजना' की शुरुआत कर क्षेत्र के बुजुर्गों और तीर्थयात्रा से वंचित लोगों को सम्मान और अवसर देने का फैसला किया है। यह आध्यात्मिक पहल न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे राज्य और देश भर में प्रशंसा बटोर रही है ।

'सांसद तीर्थ दर्शन-2025' अभियान का विधिवत शुभारंभ और पहले जत्थे की रवानगी आगामी 29 जून 2025 को हजारीबाग के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल नृसिंह मंदिर प्रांगण से होगी। इस दिन 180 तीर्थयात्री अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर निकलेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सांसद मनीष जायसवाल, भाजपा के नेता-कार्यकर्ता, सांसद प्रतिनिधि और उनके समर्थक युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं।

सांसद जायसवाल स्वयं देश और राज्य के पार्टी नेताओं से मिलकर उन्हें निमंत्रण दे रहे हैं, वहीं हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के शहर से लेकर गांव-कस्बे तक एक लाख से अधिक आमंत्रण पत्र वितरित किए जा रहे हैं। उम्मीद है कि इस अवसर पर तीर्थयात्रियों के सम्मान में जनसैलाब उमड़ेगा ।

बुधवार को सांसद मनीष जायसवाल के निर्देश पर, हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह, सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी और इवेंट प्रबंधक सोनू कुमार ने नृसिंह स्थान मंदिर प्रांगण में बन रहे पंडाल के निर्माण कार्य का जायजा लिया।

इस अवसर पर सांसद प्रतिनिधि सत्येंद्र नारायण सिंह ने कहा कि यह योजना सांसद मनीष जायसवाल के सपने को साकार करेगी और क्षेत्र के उन लोगों को तीर्थ दर्शन कराएगी जो किसी कारणवश इस सुख से वंचित रह गए थे, जिससे उनके अरमान पूरे होंगे। लोकसभा क्षेत्र के सांसद मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने कहा कि सांसद मनीष जायसवाल क्षेत्र के विकास के साथ-साथ समाज के हर वर्ग के सम्मान का ध्यान रखते हैं। युवाओं के लिए खेल प्रतिस्पर्धाएं, जरूरतमंद कन्याओं के लिए सांसद सामूहिक विवाह उत्सव, निःशुल्क लहंगा वितरण जैसे कई कार्यों के बाद अब 'सांसद तीर्थ दर्शन - 2025' हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र के इतिहास के स्वर्णिम पन्नों में एक अमिट धरोहर साबित होने जा रहा है।

हजारीबाग के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष ब्रजकिशोर जायसवाल ने भी हजारीबाग लोकसभा क्षेत्र वासियों से अपील करते हुए कहा कि इस आध्यात्मिक कार्यक्रम के ऐतिहासिक क्षण का गवाह जरूर बने और अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर तीर्थयात्रियों का हौसला बढ़ाएं ।